Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
आज पहली बात तो ये की देवताओँ और असुरों का अलग कोई अस्तित्व नहीं है। एक ही व्यक्ति में दोनों मौजूद हैं। आप का बेवजह क्रोध, घृणा, ईर्ष्या, या किसी के खिलाफ लगातार नाराजगी, अनिवार्य रूप से आपके असुरत्व को प्रगट करता है और आपके शुभ प्रयास तथा आपका संयम, साहस, प्रेम, आंनद और समन्वय का समुच्चय जीवन आपके देवत्व को प्रकट करता है। बस यही सच है।
दूसरी बात ये की – ये ब्रह्मांड आप अकेले पर केंद्रित नहीं है। हर जीवन की यंहा समान रुप से भूमिका है। विशेष समझने की भूल से बचना और सब कुछ का हिस्सा बने रहना ही सच्ची प्रार्थना है। विराट होकर भी सूक्ष्मता से जीने की वजह से ही व्यक्ति में देवत्व दिखता है। बस यही समझदारी है और यही प्रार्थना है।
आप हर रोज़ अच्छा दिखें, हर पल अच्छा महसूस करें और आने वाला प्रत्येक नया दिन आपके परिवार मे खुशहाली, उन्नति और आनंद लेकर आए, यही ईश्वर से प्रार्थना। मंगल शुभकामनाएं। 💐