Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
हमारी मान्यता के अनुसार हर व्यक्ति में ईश्वर की उपस्थिति है और हम सभी मे असीमित प्रतिभा, महत्ता, प्रभुता, शक्ति एवं सामर्थ्य छुपा हुआ है। अपनी इसी नैसर्गिक दिव्यता एवं इन्ही क्षमताओं को पहचानने और अपने में परमेश्वर को और परमेश्वर में अपने को देखने के निरन्तर प्रयास को ही शायद प्रार्थना करना कहते हैं।
आप जब अपनी प्रसन्नता, श्रेष्ठता, उच्चता के प्रमाणस्वरूप सभी के साथ सज्जनता, उदारता एवं आत्मीयता से भरा मधुर व्यवहार करते हैं, सद्भावनाओं से ओत-प्रोत रहते हैं, सत्प्रवृत्तियों में संलग्न रहते हैं, भय एवं प्रलोभन के अवसर आने पर वे भी सत्पथ से विचलित नही होते हैं और अपनी पूरी योग्यता एवं क्षमता के अनुसार कार्य करते रहते हैं तब जाकर आप भगवद कृपा के पात्र बनते हैं और पूर्णता का जीवन लक्ष्य प्राप्त करते हैं।
आने वाला प्रत्येक नया दिन आप के जीवन में अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आये, ऎसी मेरी कामना है। मंगल शुभकामनाएं। 💐💐