प्रार्थना

क्या आप सचमुच ये मानते हैं कि – हम सब मे ईश्वरीय अंश है? या ये मानते हैं कि – वे सिर्फ इस सृष्टि का कोई अज्ञात स्रोत या संचालक हैं और जब चाहे किसी को बना और बिगाड़ सकते हैं?

अगर इसी कुछ बनने के लालच में या कुछ बिगड़ने के डर से हम किसी अज्ञात शक्ति के रूप में ईश्वर को पूजते हैं, उनकी प्रार्थना करते हैं तो सब बेकार है।

सच्ची प्रार्थना का मतलब है – खुद को इस संपूर्णता का एक सुक्ष्म हिस्सा मान कर उनकी व्याप्ति और उनकी कृपा अपने आसपास हर चीज में देखने का प्रयास करना। अपने रचनाकार के विराट स्वरूप को अपने भीतर महसूस करना और उनके गुणों को धारण करने का निरंतर प्रयास करना उनकी प्रार्थना है। गदगद, रसविभोर तथा तल्लीन होकर अपने जीवन के लिये उन्हें कृतज्ञतापूर्वक याद करना और उनका गुणगान करना प्रार्थना है।

अपनी योग्यता, रुचि एवं सामर्थ्य अनुसार लगातार अपने कर्म सजगता से करते रहना और प्रतिफल के प्रति सहज रहना ही मेरे लिये और आपके लिए सच्ची प्रार्थना है।

मैं अपने आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ कि आप का जीवन सदैव उत्सव बना रहे, आपका घर-संसार खुशियों से सदैव भरा रहे, जल्द ही आप अनेक महान उपलब्धियां प्राप्त करें, आपकी कीर्ति सर्वत्र फैल जाये तथा आपकी वैचारिक एवं व्यवहारिक उच्चता और श्रेष्ठता सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन जाएं। 2021 का नया साल आपके लिए अत्यंत सुखद रहे, आज आपके लिये ऐसी सब मेरी हार्दिक शुभकामनाएं हैं।

Lord Hanuman Temple, New Delhi, India

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s

%d bloggers like this: