Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
मनुष्य जीवन ईश्वर का अनुपम उपहार है। मुझे नही लगता कि उनके पास इससे बड़ा कोई अनुदान या उपहार हो सकता है आपको देने के लिए।
आपको इतनी विशेषताएं, बुद्धि, सामर्थ्य, क्षमता और सम्भावनायें दी गयी हैं कि अगर वो सब किसी दिन सामने आ जायें तो आप खुद ही अचंभित और हक्के बक्के रह जाएंगे।
मगर यह उपहार आपको इसलिए दिया गया था कि आप इसका समुचित और सही उपयोग करेंगे, न कि बस अपने अहंकार की पूर्ति में खत्म कर देंगे। इस मूल उद्देश्य को बारम्बार याद करना प्रार्थना है।
याद रखिये की आपका असली लक्ष्य प्रभु-प्रदत्त कृपा और विशेषताओं का सदुपयोग करते हुए अपने मनुष्यत्व यानी के ईश्वरीयतत्व का लगातार परिचय देना और ईश्वरीय स्तर की पूर्णता हासिल करना है।
इसीलिय मेरे और आपके लिए उनकी प्रार्थना का मतलब सिर्फ उनका ध्यान करना, मनन करना, गुणगान करना नही है, बल्कि निरंतर आत्म जागरण, आत्मनिर्माण, आत्म सुधार तथा आत्म विकास के लिए भी प्रयत्नशील रहना है।
आज मैं मेरे आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ की आपका जीवन स्वावलंबी, ख़ुशहाल, सफल एवं प्रेरणादायक हो। आपका स्वास्थ्य उत्तम बना रहे, आपकी मुस्कराहट और उम्मीद सदा बनी रहे। आप सदैव शुभ कर्मों में संलग्न रहें। मंगल शुभकामनाएं 💐💐