Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
स्वतंत्रता दिवस से पहले ये समझना जरूरी है कि सिर्फ राजनीतिक रूप से आजादी पा लेना ही काफी नही है, स्वतंत्र होने का सही अर्थ है- स्वयं को पा लेना। यदि कुछ भी पा लेने की कोशिश में वो ‘स्व’ ही खो गया तो फिर कुछ भी पाने का कोई अर्थ ही नहीं रह जाता, फिर चाहे वह पाना कितना भी बड़ा क्यों न हो।
हम सब एक जैसे ही हैं ये सिर्फ ऊपरी तौर पर कहने सुनने की बात है। हम जानते हैं कि आतंरिक तौर पर हम सभी अलग-अलग हैं। ईश्वर ने ही हम सबको अनोखा बनाया है, अद्भुत बनाया है – इतना अलग-अलग बनाया है की हम अपने माँ बाप जैसे भी नही होते हैं जिन्होंने हमे जन्म दिया हैं फिर भला हमारे जैसा दूसरा इस पृथ्वी पर कोई कहाँ ही मिल सकता है। फिर भी हम अपनी इस विलक्षणता को भूलकर अपने-आप में स्थित न रहकर दूसरे जैसा होना या बनना चाहते हैं या बने रहना चाहते हैं।
बस इसी तुलनात्मक या दूसरे के जैसा बनने की सोच से मुक्त हो कर स्वंय को प्रकट कर लेना, अपनी असली प्रतिभा, योग्यता और जो भीतर सोया हुआ है उसको जाग्रत कर लेना स्वतंत्रता है।
आपकी सोच, समझ, मौलिकता और चेतना जो पूरी तरह से परतंत्र हो गई है, भ्रष्ट हो गई है, दूसरों के प्रभाव की गुलाम हो गयी है, इसे मुक्त कर लेना और अपने मूल स्वरूप को फिर से प्राप्त कर लेना ही सही मायने में स्वतंत्रता है।
परिस्थितियों, हालातों और लोगों के विचारों तथा प्रतिक्रियाओं से अप्रभावित रहना सिख लेना और ‘लोग क्या कहेंगे’ के डर से मुक्ति पा लेना स्वतंत्रता है।
अपने स्वयं के भी भावनात्मक बोझ और दिमागी कचरे से मुक्त होना, स्वतंत्रता है। गलतफहमीयों, भ्रान्तियों, आशंकाओं, चिंताओं, भय, झिझक तथा अत्यधिक सोच विचार करने की प्रवृत्ति से बाहर आ जाना भी स्वतंत्रता है।
इस स्वतंत्रता दिवस पर मैं अपने आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ कि आपकी चेतना जल्द ही स्वतंत्र हो जाये और आप अपने मूल स्वरूप को जल्द ही पा लें। आपके भीतर छिपी सभी खूबियां, सामर्थ्य और योग्यतायें और ब्रह्मत्व जल्द ही प्रकट हों जायें।
आपके घर-आंगन में सदैव सुख-शांति का वास हो, खुशियां आपके चारों तरफ घूमती रहें, आसमान की बुलंदियों पर आपका नाम हो और सफलता का ताज आपके सर पर सदैव बना रहे, ऐसी सब भी प्रभु से आज मेरी प्रार्थना है। मंगल शुभकामनायें💐