रविवारीय प्रार्थना

मैं रविवार को अक्सर आपका ध्यान उस सहज परमेश्वर यानी के उस भगवद-तत्त्व की ओर लाने का प्रयास करता हूं जो हर समय आपके माध्यम से प्रकट होना चाहता है, प्रस्फुटित तथा अवतरित होना चाहता है। मेरा मुख्य उद्देश्य केवल आपको उस सहज-सरल और सर्वसुलभ परमात्मा की याद दिलाते रहना है, जो किसी चमत्कारिक विशिष्टता और रहस्यमयता का लबादा पहने बगैर ही हम सभी में समान रूप से मौजूद है।

मैं आपको पुनः याद दिला दूँ की आपका ये छोटा सा दीया (जीवन), किसी विराट महासूर्य की किरणों का ही तो हिस्सा है। उस विराट महासूर्य का नाम ही तो ईश्वर है। आपके भीतर उनकी ही तो एक किरण है। आप, मैं और हम सब उनके ही तो एक रूप हैं। मेरा विश्वास करिये वे आप तक आये हुए ही हैं।

इसीलिए मैं यंहा उस परमात्मा की बात नही कर रहा हूँ जो कंही दूर हैं, स्वर्ग में हैं या जिसे हमे ढूंढना है या पाना है, बल्कि उसकी बात कर रहा हूँ जो खुद हमे हर वक्त ढूंढ रहा है, पुकार रहा है।

मुझे ऐसा लगता है कि हमारी जड़ और चैतन्य में केवल वही तो हैं, शायद सोयी हुई अवस्था में। हमारी बुद्धिमत्ता, प्रतिभा, हमारी सकारात्मक ऊर्जा, हमारे शुभ कार्यों और हमारे बोध में भी वही हैं और शायद ये उनकी थोड़ी—सी जागती हुई अवस्था है। जिस दिन हम अपने पूर्ण बुद्धत्व को उपलब्ध हो जायगें, यानी के अपनी पूर्णता, अपनी आंतरिक अनंतता – विराटता, अनन्त ऊर्जा, असीमित शक्तियां, अतुल्य-सामर्थ्य और अपनी दिव्य चेतना को जाग्रत कर लेंगे, उसी दिन वे पूर्ण रूप से प्रकट हो जाएंगे और हमारा ये जीवन उनकी एक अभिव्यक्ति बन जाएगा।

इसीलिये मेरा मानना है कि स्वंय को पूर्ण जागृत कर लेना, अपनी आंतरिक आवाज को सुनना समझना उनकी ही प्रार्थना है। जो अराजकता, अहंकार, मूर्खता और मूढ़ता हम में भर गई है उसे व्यवस्था में बदलना, अपने सभी प्रकार के पूर्वाग्रहों, अपनी सभी पुरानी धारणाओं से बाहर आकर अपने खाली मन-मस्तिष्क को ईश्वरीय और कुदरती सहजता और उनकी कृपा के अहसासों से भरना और भरे रखना, अपने जीवन के प्रति अनुग्रहित रहना तथा सरल, सहज और आनंदित रहना ही हमारी सबसे उच्च प्रार्थना है।

मैं आज अपने आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ कि वे आप पर और अधिक कृपा करें जिससे आप अपनी सोई हुई चेतना और अपने चिन्मय को जाग्रत कर, अपने भ्रम, प्रमाद, आलस्य, अपनी मंदबुद्धिता,आत्महीनता व समस्त अज्ञान जनित विकारों से खुद को मुक्त कर सकें और जीवन के उच्चतम लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।

आपके उत्तम स्वास्थ्य की कामनाओं के साथ साथ मैं आज उनसे प्रार्थना करता हूँ कि आपका जीवन हमेशा अत्यंत संतोषमय, सौभाग्यशाली, शोभाकारी, उल्लासपूर्ण, उत्सवपूर्ण और उनकी अभिव्यक्ति बना रहे। मंगल शुभकामनाएं 💐

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