Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
हम सब परमात्मा की श्रेष्ठतम् कृतियाँ हैं। उन्होंने हम सभी को ब्रह्म होने के सभी गुणों को दे कर ही इस धरती पर भेजा है। बस हमे उन सब अपने अच्छे गुणों में से एक-आध को आचार-विचार और दैनिक व्यवहार में लाने का प्रयास करना है, बाकी अन्य तमाम सब गुण, शक्तियां, श्रेष्ठता और दिव्यता तो अपने आप आती चली आती हैं और समय के साथ बढ़ती जाती हैं।
इसीलिए अपने चिन्तन, चरित्र और स्वभाव से उनके जैसा बनने का कठिन और कारगर प्रयास करना ही सर्वोत्तम प्रार्थना है। स्वयं को जाग्रत, प्रबुद्ध एवं सचेत बनाये रखना, समय पर काम करना, व्यर्थ के विवादों में शक्ति और समय के अपव्यय से बचना, अपने सभी शुभ संकल्पों और वचनों का पालन करना ही प्रार्थना है।
स्वंय को सभी प्रकार के कुतर्कों, कपटीपन, दंभ, ढकोसलेबाजी, पाखंड एवं मूढ़ता से दूर रखना प्रार्थना है। याद रखिये की स्वयं को शांतिपूर्वक बगैर शोर शराबे के श्रेष्ठ बनाने का प्रयास प्रार्थना है न की स्वंय को श्रेष्ठ और दूसरों को नीचा साबित करना।
आज का दिन आप सभी के लिए सर्वथा हितकारी, मंगलमय व शुभ हो, आपके आसपास सकारात्मकता और प्रसन्नता बनी रहे, आपकी स्वाभाविकता, कर्तव्यनिष्ठता, धर्म-परायणता, भद्रता, साधुता, सदाचारी व्यवहार तथा सौभाग्य में तेजी से वृद्धि हो, इन्ही सब कामनाओं के साथ साथ मैं महादेव एवं श्री कालका माई जी से प्रार्थना करता हूँ की उनकी कृपा आपके परिवार पर हमेशा बनी रहे 🙏🙏