Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
आज आदिशक्ति माँ भगवती से प्रार्थना है कि हमारी वैचारिक श्रेष्ठता, सौम्यता, सरलता, हमारा शुद्ध चित्त, शांत मन एवं शुभ कर्म हमे उन की करुणा-कृपा का अधिकारी सदैव बनाये रखें।
जो भी अशाँति, कलह-क्लेश, असंतोष एवं विक्षोभ हमारे अशुभ कर्मों तथा कुविचारों की वजह से पैदा हुआ है वो माँ के आशीर्वाद और हमारे शुभ प्रयासों से खत्म हो जाये और उनकी कृपा हम पर बरसने लगे।
याद रखिये की ओछे कार्य जो केवल अपने स्वार्थ सिद्धि के लिये या सिर्फ “वाह-वाही” लूटने की इच्छा से, पाखण्ड या फिर किसी को नीचा दिखाने अथवा नुक्सान पहुंचाने के लिये किये गए हों वे सब आखिर में हानि पहुंचाते हैं, खिन्नता और परेशानी बढ़ाते हैं, अपयश और अनादर दिलवाते हैं। अपने अहंकार, कपटीपन, क्रोध और लालच की वजह से आप स्वयं अपने पतन के कारण बनते चले जाते हैं। इसीलिये यथासंभव घटिया सोच और घटिया कार्यों से बचें।
सकारात्मक प्रयासों, शुद्ध विचारों तथा अपने आराध्य के प्रति लग्न, निष्ठा और श्रद्धा बनाये रखें, आपके लक्ष्यों की पूर्ति के साधन और परिस्थितियाँ अपने आप बनती चली जाती हैं। आपकी समृद्धि और संपन्नता का रास्ता अपने आप बनता चला जाता है।
आज नवरात्रि महापर्व के सप्तमी दिवस पर मैं आपके सुखद, स्वस्थ एवं आनंदमय जीवन की कामना करता हूँ और आपको श्री कालका माई जी की असीम कृपा जल्द ही अपने जीवन मे अनुभव हो, ऐसी उनसे प्रार्थना करता हूँ। मंगल शुभकामनाएं 💐