Manifestation • Mindset • Abundance • Blessings Your future self has brought you here. Time to Align, Attract & Evolve, Now🦸
यह बड़े मजे की बात है कि जब फूल खिलता है, तो आकाश की तरफ उठता है। और जब मुरझाता है, सूखता है, तो जमीन की तरफ गिर जाता है। वृक्ष जब जीवित होते हैं, तो आकाश की तरफ उठते हैं। फिर जराजीर्ण होते हैं, गिरते हैं तो मिट्टी में मिल जाते हैं।
बस यही हमारे साथ भी हो रहा है – ऊपर और नीचे। अगर आप गौर से देखेंगे-समझेंगे तो पायेंगे कि लगातार कुछ ऊपर की तरफ खींच रहा है, कुछ नीचे की तरफ खींच रहा है। नीच और दूषित सोच, विचार एवं अशुभ कर्म आपको नीचे की तरफ धकेल रहे हैं और उच्च कोटि के और श्रेष्ठ कर्म, सकारात्मक सोच और विचार आपको ऊंचा उठा रही है। दोस्तों अगर आप उठना चाहें तो देवताओ से भी ऊपर उठ सकते हैं और अगर गिरना चाहो ताे जानवर से भी नीचे गिर सकते हो। ऊपर उठना और नीचे गिरना आपके ऊपर निर्भर करता है।
सवाल ये उठता है कि कैसे पता चले कि ऊपर उठ रहे हैं या नही?? इसका बस एक ही उपाय है – सत, चित और आनंद। यानी के जिस। भी दिन से आपके जीवन में सत्य अपने आप घटने लगे आप समझ लीजिए की आप ऊपर उठ रहे हैं। जब चित और प्रवर्ति शुद्ध होने लगे और स्वयं के भीतर प्रकाश दिखने लगे तो आप ऊपर उठ रहे हैं। और जब आपके भीतर का अंधकार खत्म होने लगे और आपके भीतर ही भीतर आनंद की वर्षा होने लगे तो आप ऊपर उठ रहे हैं।
इसीलिये मेरा मानना है कि आत्मानुभूति और परमात्मा के विषय में जितना हो सके उतना ज्ञान प्राप्त करना प्रार्थना है। देखिए सत- चित-आनंद तो सब में होता है और हम सभी का मूल स्वभाव है पर हमको इस सत- चित-आनंद के स्वभाव को कड़ा प्रयास करके निकालना पड़ता है – प्रकट करना पड़ता है। इसी प्रयास को शायद प्रार्थना कहते हैं। यही प्रयास और प्रार्थना ग्रेस है, प्रसाद है, अनुग्रह है; ऊपर की तरफ ले जाती है और परमात्मा से आपकी निकटता बढ़ाती है।
मैं आज मेरे आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना करता हूँ की आपका सच्चिदानंद स्वरूप अपने परमात्मा से मिलने को आतुर हो जाये, अपनी श्रेष्ठता, पूर्णता और जीवन की संसिद्धि हासिल करने को आतुर और जल्द ही प्रयासरत हो जाये जिससे आपके ऊपर उनके प्रासादिक अनुग्रह की वर्षा जल्द ही होने लगे।
आज उनसे ये भी प्रार्थना है कि आपके हृदय में सुख-शान्ति, सन्तोष और जीवन मे सम्पन्नता का तेजी से समावेश होने लगे। आप दीर्घायु हों और सदैव स्वस्थ एवं प्रसन्न बने रहें। मंगल शुभकामनाएं 🙏
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।।

Very Nice 👌
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