जीवन के उच्चतम प्रतिमान, भारतीय संस्कार – सभ्यता और उसकी संवेदनाओं की प्राण सत्ता और हम सभी के आराध्य श्री रघुनाथ के अवतरण दिवस रामनवमी की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ।
नौ दिन के नवरात्रों के पश्चात जगत जननी माँ जगदम्बा से प्रार्थना है की हम सब को ऎसा सामर्थ्य और ऊर्जा प्रदान करे की जिससे हम अपने दैनिक व्यवहार में, बोली में, भावों में, आचरण और कार्यों में श्री राम जी के गुण और आदर्श अपना सकें तथा अभिव्यक्त कर सकें।
सनातन जगत की सकल आस्था के केंद्र एवं अटूट श्रद्धा के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जी से प्रार्थना है की उनकी कृपा हम सभी के जीवन और परिवारों पर अनवरत बनीं रहे।
भये प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी।
हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी॥
दुर्गा अष्टमी के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
आज माँ भगवती का ध्यान, स्मरण, पूजन-आराधना हम सब के लिए हर प्रकार से सुखद, शुभ और कल्याणकारी हो, इसी कामना के साथ ममतामयी माँ महागौरी के श्रीचरणों में मेरा बार-बार प्रणाम है।
कालका माई से यही प्रार्थना है कि हम सब हमेशा हंसते – खिलखिलाते रहें, स्वस्थ रहें, हम सबके परिवारों में सुख-शान्ति बनी रहे तथा हमारे भण्डार अनन्त काल तक भरे रहें।
जगतजननी माँ दुर्गा के सभी नव स्वरूपों से प्रार्थना है की उनकी कृपा हमारे सभी स्नेहीजनों एवं परिजनों पर सदैव बनी रहे। 🙏जय माता दी🙏
सर्वसंकट हंत्रीत्वंहिधन ऐश्वर्य प्रदायनीम्,
ज्ञानदाचतुर्वेदमयी, महागौरीप्रणमाम्यहम्॥
I wish you to know that no matter where you are, who you are with, or what you are doing, you can propel yourself to success & happiness, be on a spiritual journey & move in the direction of love, power & grace, everyday.
Darling listen – once you decide to be all that you are meant to be & take actionable steps to advance your mission, nothing, not even the weakest part of yourself can stop you ✌️.
Grow forward today & everyday!
Sweetheart, push the needle forward, don’t get caught up in the old comfortable routine, evolve from today. Everyday you must be taking a step forward towards becoming a more POWERFUL YOU…
Sending tons of blessings, good luck & love, not that you require but to make sure that I will always wish the best for you 💐
आप ही बतायेँ आप जो श्वांस ले रहे हैं क्या वो आपकी हैं? नही, अगर कल से ये हवाएँ बन्द हो जायें तो आपकी श्वांस नही चलेगी चाहे आप के पास कुछ भी हो या आप कोई भी हो। लगभग डेढ़ करोड़ मील दूर से सूरज की किरणें आ रही हैं जिसकी वजह से आपका जीवन चल रहा है। क्या इस सूर्य के बिना आपका जीवन रह सकेगा? पृथ्वी हमारा जीवन है। यदि पृथ्वी नहीं होगी, क्या आपका जीवन रह सकेगा? और इन सब के सृजन में आपका क्या योगदान है, कभी सोचा है आपने?
आप माने या न माने, ये सब उन्हीं की मेहरबानी, करुणा-कृपा और प्रसाद है। इससे ज्यादा ईश्वर के होने का क्या प्रमाण चाहिये? और एक आप हैं कि फिर भी अहोभाव एवं अनुग्रह बोध में नही रहते हैं। प्रफुल्लित और आनंदित नही रहते हैं।
असल मे तो अकृतज्ञ रहना एवं शिकायत भाव से भरा रहना हमारा स्वभाव हो गया है। जीवन के अनन्त आनंद की वर्षा का हमें बोध ही नही होता है। लेकिन जरा सी गड़बड़ हो जाये तो उसके बोध से हम जीवन भर भरे रहते हैं। अगर हमे उन्हें उपलब्ध होना है या प्रभु को सच मे प्राप्त करना है तो जो मिला है उसके लिए धन्यवाद को गहरा करना होगा। जो पाया है उसके लिए कृतज्ञता व्यक्त करनी होगी। जो मिला है, जो वर्षों वर्ष से चौबीस घंटे मुफ्त में मिलता रहा है, जो बरस रहा है उस अनन्त कृपा के लिये अनुग्रहित हुए बगैर हम कैसे असल सफलता या परम् आनंद को पा सकते हैं।
अशान्त, व्यग्र, अहंकारी, अज्ञानी, लंबे चेहरों वाले लोग, घृणा और लालच से भरे लोग, उदास आत्मायें, थके और हारे हुए मन, दुःख पीड़ा या उदासी से घिरा हुआ चित्त परमात्मा तक नहीं पहुंच सकते हैं चाहे वो कोई भी पूजा पाठ कर लें।
उठते, बैठते, चलते, फिरते, हर सांस में समस्त जीवन के प्रति, समस्त जगत के प्रति, समस्त सृष्टि के प्रति, समस्त प्रकृति के प्रति और परमात्मा के प्रति अनुग्रह के बोध में रहना प्रार्थना है। सर्वमंगल के लिए समर्पित रहना, ऊँचा काम करना तथा सदा ही ऊँचे व्यक्तित्व का प्रदर्शन करना प्रार्थना है। याद रखिये की प्रार्थना का सही मतलब धर्म कथा वाचन नही है, अपितु उसके अनुरूप आचरण करना है।
इसीलिये जो लोग हंसते बोलते रहते हैं, खुश रहते हैं, मुस्कराते रहते हैं, फूलों की तरह अपनी सुगंध हवा में बिखेरते रहते हैं वे सही मायने में संत हैं बुद्धपुरुष हैं। किन्ही पुण्यकर्मों की वजह से अगर ऐसे लोग आपको मिल जायें जो निरन्तर आनंदभाव, अहोभाव एवं अनुग्रह बोध से भरे हुऐ हैं तो छोड़ना मत उन चरणों को। अगर आपके आस पास आपको कभी कोई एक हंसी, मुस्कराहट, एक प्रसन्न, एक हास परिहास का क्षण मिल जाये, एक उत्सव की झलक मिल जाये तो उसमें सम्मलित होने से चूकना नही है।
आज मेरे आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना है कि आप सब लोगों का जीवन करूणा, मैत्री, अनुग्रह और मुदिता के भाव से भर जाए और सदैव भरा रहे। आपके जीवन मे प्रेम बढ़े, प्रेम जगे, प्रेम गहरा हो जाये और सारी घृणा, गुस्सा, द्वेष विलीन हो जाये। सत्य बढे, सत्य विकसति हो और असत्य क्षीण होता चला जाये। शान्ति जगे, शान्ति बढ़े और अशान्ति खत्म होती चली जाये। सद्गुण बढते चले जायें तथा आपके भीतर सही मायने में धर्म-निष्ठा स्वतः ही प्रकट हो जाये।
आपकी श्रेष्ठता, सृजनात्मकता, संपन्नता, सुख, सौभाग्य, हंसी मजाक, सद्विचारों और पुण्यकर्मों में दिनप्रतिदिन बढ़ोतरी हो इन्ही सब कामनाओं के साथ साथ आज उनसे ये भी प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ और सार्थक बने रहें। मंगल शुभकामनाएं 💐
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।
I wish to remind you that the biggest tragedy of life is not to rise, shine & bloom while you can.
Let you rise, shine & bloom today (everyday)! Remember that each day is a gift & it’s up to you to make the most of it.
Darling listen – when you rise above yourself, you will rise in this world. That’s why for me, RISING means rising in your mind, in your heart & in your soul each day.
It also means starting your each day with a positive mindset, grit, resilience & a sense of humour.
Wishing you a fabulous day of awesomeness & smiles! Stay Blessed 💐
Today I wish to remind you that same particles that make up the Universe & everything else in this world are found within us. We all are one & the same. We all have infinite power, infinite intelligence, infinite capabilities & infinite potential.
Sweetheart, if you draw inaccurate conclusions about who you are & what you’re capable of doing, you’ll always limit your potential & you will never reach your real destiny.
Darling listen – YOU ARE MUCH MORE THAN YOU THINK YOU ARE. You truly are – an Angel, a Goddess, a Warrior, a Lover & a Creator Of Your Extraordinary Destiny.
I repeat – You are so much more than you think you are.. You are able to do so much more than you think, the things you’ve done so far are impressive but far from what you’re capable of.
Instead of obsessively doing the actions that are supposed to lead you nowhere, be the qualities you are in real. In this way, you will discover, reveal & release your greatest potential.
I wish & hope that you will fulfill your deepest dreams – desires & be able to create an epic, successful & inspiring life, very soon.
Good luck & Blessings 💐
आदि शक्ति की उपासना और आराधना के पावन पर्व चैत्र नवरात्रि एवं आज से शुरू हो रहे हिन्दू नववर्ष (विक्रम संवत 2080) की आपको ढेरो बधाईयां।
कालका माई के श्रीचरणों में यही प्रार्थना है की ये नवसंवत हमारे जीवन में नई खुशियां और अनेकानेक सफलताएं लेकर आए तथा हम सब का जीवन उनके आशीर्वाद से आरोग्यता, प्रसन्नता, ख़ुशहाली और आध्यात्मिकता के सभी आनंददायक रंगों से परिपूर्ण हो जाये।
माता रानी की कृपा आपके परिवार पर सदैव बनी रहे।
🙏जय माता दी🙏
या देवी सर्व भूतेषु, शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
I don’t know whether you know it or not that Well-being is not just the absence of disease or illness; It is a combination of our love for what we do each day, the quality of our relationships, the security of our finances, the vibrancy of our physical health & the pride we take in what we have contributed to our communities. Well-being is an integration of all these five elements.
You know most of these components & their overall effects, but thought to remind you that inner peace or calmness can be easily found in your heart, soul & by cultivating laughter & more love in your life 🥂.
Darling listen – Wellbeing is the complete integration of body, mind & spirit – the realization that everything we do, say, think, feel & believe has an effect on our state of well-being.
Prioritize activities that bring you joy, fulfillment, inner peace & empower you more & more.
I wish & hope that you do more of those things that boost your Well-being, show your improved performance at all levels & make life better for others.
Wish you good health, happiness & success today & always. Blessings 💐
While I wish & hope your new week will be filled with all the things you pray for, I want to tell you the game plan for this week… everything that enriches your life, enhance it & everything that devalues your life, diminish it…It is simple!
Stay positive & be open to everything that helps you grow & improve. You need to continually develop, deepen & expand everything that makes you more useful, healthy, strong, productive & a better you.
Darling listen – you are just a decision away from a beautiful, successful & a lot happier Life. Get started right now. Choose to create like an artist, solve something like an engineer & act like an entrepreneur.. Act Now!
Sweetheart, I wish to remind you one more thing today – that everybody’s energy is intrinsically linked as one. So be the strongest link you can possibly be & try to raise the collective as a whole, to your best.
Stay Blessed 💐
मेरा ही नही लगभग हम सभी का मानना है कि इंसान ईश्वरयी चेतना का एक विकसित दैवीय स्वरुप है और हमारा जीवन धरती पर ईश्वर का एक विशिष्ट उपहार है।
लेकिन शायद हम सब इस बात को नही मानते हैं कि इस जीवन में जो सहूलियतें, अधिकार, विशेषताएं, सौन्दर्य और सामर्थ्य प्राप्त हैं वह किसी विशेष प्रयोजन के लिये हैं। सुन्दर शरीर, विचार, विवेक, भाषा और कर्म करने की स्वतंत्रता जैसे बहुमूल्य उपहारों का फायदा – इनकी सार्थकता तब है जब हम इनका सही उपयोग करें – इन्हें ईश्वर-प्राप्ति की चरम शान्ति-दायिनी स्थिति को प्राप्त करने में लगा कर रखें।
जन्म-जन्मान्तरों के प्रारब्ध को सुधारने, अपनी पूर्णता को प्राप्त करने तथा युगों युगों की इस यात्रा की थकान मिटाने के लिये मिले इस बहुमूल्य अवसर को खोना नही है। हमे अपने ज्ञान, बल, बुद्धि और उपलब्ध सभी साधनों का इस्तेमाल करते हुए, पुरषार्थ करते हुऐ तथा जीवन को उसकी परिपूर्णता में जीते हुए इस बार देवत्व यानी पूर्णत्व यानी मोक्ष की ओर बढ़ना ही नही है अपितु उसे पूर्ण प्राप्त भी करना है।
आपके इस जीवन का लक्ष्य कुछ भी करके क्षणिक सुख प्राप्त करना नहीं है, अनैतिक और दुराचारी जीवन जीना नही है। याद रखिये की संकीर्णता, स्वार्थ, लालच, धोखाधड़ी सनातनी जीवन पद्धति नही है। वेदों के अनुसार नैतिकता, सिद्धांत और धार्मिक दायित्वों पर आधारित कर्म कर के स्थायी शान्ति एवं चिर-स्थायी आनन्द प्राप्त करना ही हमारा परम् लक्ष्य है।
सनातन धर्म में जीवन पुरुषार्थ (सकारात्मक प्रयास) का पर्याय माना गया है। इसीलिये मेरा मानना है कि इस जीवन में स्थायी शान्ति, चिर-स्थायी आनन्द तथा सभी अर्थों में अधिक से अधिक अर्थपूर्ण अस्तित्व पाने की दिशा में किये गए निरन्तर प्रयास (पुरषार्थ) ही हमारी प्रार्थना है। नित्यप्रति उनका नाम जप करते हुए शुभ कर्म करना तथा अपनी जिम्मेदारियों, प्रतिबद्धताओं और कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक पालन करना ही सर्वश्रेष्ठ प्रार्थना है।
मैं आज अपने आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना करता हूँ कि आपके विचार और अनुभव अपने जीवन के प्रति और ईश्वर के प्रति आपकी समझ को सतत बढ़ाते रहें तथा आप स्वयं धीरे धीरे सकारत्मकता और उनके सभी 16 गुणों के प्रतीक एवं पर्याय बन जायें।
आपके सभी शुभ कर्म तेजी से पल्लवित, पुष्पित एवं फलित हों, इसी कामना के साथ साथ उनसे ये भी प्रार्थना है कि आप सर्वदा स्वस्थ और प्रसन्नचित्त रहें। मंगल शुभकामनाएं 💐
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।