हिन्दी हैं हम सब, हिन्दी पढ़े, बोले और गर्व करें।

एक मित्र ने अभी पूछा कि आज हिन्दी दिवस पर आप ने सवेरे से कुछ भी नही लिखा। तो मैंने उसे कहा कि हाँ हिन्दी दिवस के बारे में कुछ नहीं लिखा क्योंकि हिन्दी दिवस कोई एक दिवस नही है मेरे लिये।

मेरा तो हर दिवस हिन्दी दिवस ही होता है, क्योंकि ये मेरे अपनों की भाषा है और क्योंकि यही है जो मेरे सपनों की भी भाषा है।

मैं कितनी भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोल लूं लेकिन जो मज़ा हिन्दी में आता है वैसा मज़ा किसी भी अन्य भाषा मे मुझे तो नही आता है। हिन्दी भाषा जितनी सरलता, सहजता और शालीनता से मेरी अभिव्यक्ति को सार्थकता प्रदान करती है वैसी शायद ही कोई दूसरी भाषा करती हो।

जिस भाषा में हमारे भाव, संस्कार, संस्कृति और शब्द सबसे श्रेष्ठ ढंग से व्यक्त होते हैं, उस भाषा के उत्सव की बधाई।

हिन्दी हैं हम सब, हिन्दी पढ़े, बोले और गर्व करें 🙏

हिन्दी_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 💐

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