Manifestation • Mindset • Abundance • Blessings Your future self has brought you here. Time to Align, Attract & Evolve, Now🦸
परमात्मा तो क्षुद्रतम व्यक्ति के लिये भी हैं और श्रेष्ठतम व्यक्ति के लिए भी। और हम सभी को जैसी चाहें वैसी प्रार्थना का पूरा पूरा अधिकार है।
उसको भी जो ये मांग रहा कि फलाने फलाने का नुक्सान हो जाये या की उसको भी जो ये मांग रहा है किसी को ठगने धोखा देने में कामयाब हो जाये और उसको भी जो प्रार्थना में केवल सब्र – उनकी प्रतीक्षा करने की हिम्मत और जो मिला है उसके लिए केवल उन्हें धन्यवाद दे रहा है, जो केवल वो साहस मांग रहा है जिससे कि वो परमात्मा पर पूरा न्यौछावर हो सके, भाव मांग रहा, भक्ति मांग रहा है, विश्वास मांग रहा है।
परमात्मा जब उसे भी स्वीकार करता है, सहता है, उसके जीवन का भी अंत नहीं करता जो क्षुद्रतम है – घृणास्पदता है, उसकी भी श्वास चलाता रहता है, जीवन बनाये रखता है, प्रतीक्षा करता रहता है उसके बदलने की। तो आप स्वयं ही सोच सकते हैं कि जो उच्च-उत्कृष्ट विचार-भाव रखते हैं, जो श्रेस्ठ हैं, ईश्वर के ऊपर पूर्ण आस्था रखते हैं उनको क्या मिल सकता है। हमारे धर्मग्रंथ भरे पड़े हैं ऐसे अर्जुनों और दुर्योधनों के उदाहरणों से।
मैं आपको याद दिला दूँ की केवल अहोभाव से भरे रह कर उनकी प्रार्थना करना ही प्रार्थना है। क्योंकि जो आपको मिला हुआ है न, वो मिलने की आप मे कोई योग्यता न थी, कोई कारण न था, फिर भी इतना कुछ आपको मिला गया है। आप असल मे किसी से कोई शिकायत करने योग्य भी नही थे, फिर भी क्या कुछ नही मिला है। उसने लुटाया है और भर दिया है।
अभी चाहें आप परमात्मा से गुपचुप तरीके से कुछ भी मांग रहे हों – शोभनीय या अशोभनीय, आखिरी प्रार्थना तो केवल परमात्मा को पाने की ही प्रार्थना करनी होगी। आखिरी प्रार्थना तो उनके चरणों में लीन हो जाने की ही प्रार्थना करनी होगी।
इसीलिए मेरा मानना है कि आज से ही बाकी सब के साथ साथ थोड़ा-थोड़ा परमात्मा को भी मांगना शुरू कर दें। आज से ही थोड़ा थोड़ा उन्हें समर्पित होना शुरू कर दें। आज से ही अपने विचार, भाव, इच्छायें और नियत बदलनी शुरू कर दें और प्रार्थनापूर्ण जीवन जीना शुरू कर दें।
मैं आज अपने आराध्य प्रभु जी से विनम्र निवेदन करता हूँ कि वे आपके विचार, भाव, इच्छायें, नियत और प्रार्थनाओं को बदलने में आपकी सहायता करें जिससे आप श्रेष्ठता के शिखर पर अधिष्ठित होकर न सिर्फ अपनी बल्कि अपने पूरे परिवार की कालजयी कीर्ति स्थापित कर पायें।
उनसे ये भी प्रार्थना है कि आपकी जीवन यात्रा को सरस, सुगम और सफल बनाये। आप स्वस्थ रहें, प्रसन्नचित्त रहें तथा आपका अन्तःकरण सदा शुभ, धार्मिक – आध्यात्मिक बना रहे। मंगल शुभकामनाएं 💐
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।।
