जन्म से मरण तक राम-राम करने वाला लोकमानस सच मे रामजन्मभूमि के पुनरोद्धार पर अंदर से बहुत खुश है, आनंदित है।

हमारी संस्कृति और परम्पराओं में अनेक निर्मल आनन्द के पर्याय पर्वो का सृजन इसलिए किया गया है कि ये सभी पर्व हमारे साधारण जीवन को देव-जीवन की ओर उन्मुख करते हैं, हमारे जीवन को उल्लास और उमंग- उत्साह से भरते हैं।

कल रामजन्मभूमि पुनरोद्धार और प्राणप्रतिष्ठा का ये पर्व भी ऐसा ही एक जन-आस्था तथा लोकरुचि का पर्व है। जन्म से मरण तक राम-राम करने वाला लोकमानस सच मे रामजन्मभूमि के पुनरोद्धार पर अंदर से बहुत खुश है, आनंदित है।

सनातन जगत की सकल आस्था के केंद्र एवं अटूट श्रद्धा के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी से प्रार्थना है की इस पवन अवसर पर उमड़ा हुआ सात्विक भाव देश की सांस्कृतिक चेतना को पुष्ट कर दे, एकजुट कर दे और इसे पहले से कंही अधिक शक्तिशाली एवं सम्रद्ध बना दे। उनसे ये भी प्रार्थना है कि उनकी कृपा हम सभी के जीवन और परिवारों पर अनवरत बनीं रहे।

आपके स्वस्थ, श्री संपन्न और आनंद में झूमते जीवन के लिए अनेकानेक मंगल शुभकामनाएं 🙏

श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।

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