रविवारीय प्रार्थना – ईश्वर ने जो योजना और ईच्छा हमारे जीवन से बना रखी है उसे जानना, पहचानना और उसे पूरा करने में लगे रहना ही हमारी वास्तविक प्रार्थना है।

आज के इस रविवारीय लेख में, मैं आप सभी को और स्वयं को भी एक बार पुनः याद दिलाना चाहता हूं कि हम सभी जन्मजात रूप से भाग्यशाली हैं क्योंकि सृष्टि ने हमें अपनी कुछ योजनाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए चुना है और इस संसार में भेजा है।

मानव जीवन की विशेषता और भव्यता का एक आधार यह भी है कि परमात्मा ने हमें अपने प्रतिरूप और अपने सदृश बनाया है। मुझे लगता है किसी भी अन्य प्राणी में परमात्मा की छवि इस प्रकार विद्यमान नहीं है जिस प्रकार हम में है।इस संसार में प्रकृति ने लगभग जो कुछ भी रचा है, वह सब हमारी ज़रूरतों और खुशी को ध्यान में रखते हुए बनाया है। प्रकृति की यह व्यापक तैयारी और सारी व्यवस्था सिर्फ अपनी सर्वश्रेष्ठ रचना यानी हमारे लिए ही तो है। संपूर्ण सृष्टि में जो कुछ भी है उसका सम्मान करना, उसे पोषित करना और उसे विकसित करते रहना चाहिये।

हम मनुष्यों में विवेक, सोचने-समझने, निर्णय लेने और ईश्वर तथा अन्य मनुष्यों से संबंध जोड़ने की क्षमता है। हमें मौजूद विकल्पों का अवलोकन करके अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी विकल्प का चयन करने की अनुमति दी गई है। कर्म करने और उसके फल को भोगने की अनुमति दी गयी है। हम विभिन्न प्रकार की भावनाओं को महसूस कर सकते हैं और विभिन्न भावों को व्यक्त करने की क्षमता दी गयी है। परमात्मा ने असल मे तो हमें अपने कार्यों में सहभागी बनाया है। याद रखिये की ये जीवन अपने आप में एक अद्भुत अवसर है।

इसीलिए मेरा मानना है कि ईश्वर ने जो योजना और ईच्छा आपके जीवन से बना रखी है उसे जानना, पहचानना और उसे पूरा करने में लगे रहना ही हमारी वास्तविक प्रार्थना है।  सृष्टि ने हम सब को एक विशेष परिवार, समाज, देश, दुनिया मे पैदा किया है (ये हमारे चुनाव या अधिकार की वजह से नही है), इसीलिये जो भी जिम्मेदारियां, कर्तव्य, प्रतिबद्धतायें हमारे हिस्से में आई हैं उन्हें पूरी निष्ठा और श्रद्धा से निभाना  भी प्रार्थना है।

आज मैं अपने आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना करता हूं कि आपको उन सभी चीजों और उद्देश्यों को पहचानने और पूरा करने में आपकी मदद करें जो आपके प्राथमिक उद्देश्यों को पूरा करवा सकती हैं।

मेरी आज उनसे ये भी प्रार्थना है कि न सर्फ आप को और आपके संसार को बल्कि परमात्मा को भी आपके द्वारा किये गये कार्यों से, कहे गये शब्दों से, आपके दैनिक आचरण – व्यवहार और ज्यादातर गतिविधियों से जल्द ही खुशी और संतुष्टि प्राप्त होने लगे।

आपके स्वस्थ, श्री संपन्न और आनंद में झूमते जीवन के लिए मंगल शुभकामनाएं

श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।

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