Manifestation • Mindset • Abundance • Blessings Your future self has brought you here. Time to Align, Attract & Evolve, Now🦸
प्रिय मित्रों, स्नेहीजनों, अनुसारकों और पाठकों, क्या आपने कभी सोचा है कि असल में हम सब इस शरीर और चंचल मन से कहीं अधिक एक ईश्वरीय अंश हैं 🤔??
हम ईश्वरीय अंश पहले हैं और इंसान (या आप जो स्वयं को समझते हैं 🤭) बाद में, बस ये समझ हर पल बनाये रखने से ही हमारी समस्त सांसारिक प्रवृत्तियां शांत, अंतर्मुखी और स्थिर होती चली जाती हैं तथा हमे अपने जीवन उन्नयन-उत्कर्ष के लिए सहायक तत्त्व प्राप्त होने लगते हैं।
याद रखिये की जब आपके लगभग सभी दैनिक कार्य, चिन्तन, रहन- सहन, आचार- विचार, व्यवहार-स्वभाव, इस भीतरी ईश्वरीय अंश और उससे अपेक्षित गुण धर्म का सहजता से प्रतिबिंब बनने लगते हैं तब कंही जाकर आप आध्यात्मिक उत्कर्ष और शाश्वत आंनद प्राप्त करने के अधिकारी बनते हैं।
इसीलिए मेरा मानना है कि सांसारिक अनुकूलताओं एवं प्रतिकूलताओं से प्रभावित हुए बिना अपनी असली पहचान और अपने भीतर के इस परम तत्व से जुड़े रहना और अपने आराध्य के प्रति अहोभाव में भरे रहकर उनसे किसी चमत्कार की बजाये अपनी उत्कृष्टता, परिपूर्णता तथा आत्मनिर्भरता के लिये प्रार्थना करना ही एकमात्र प्रार्थना है जो इस जीवन के उन्नयन का मूल कारण बनती है।
मैं आज अपने आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना करता हूँ कि भगवदीय विधान तथा भीतरी ईश्वरीय अंश के प्रति समर्पित होने तथा बने रहने में आपकी मदद करें जिससे आपका अशांत, व्यग्र, असहज, असंतुलित एवं अत्यन्त विचलित मन धीरे धीरे स्थिर होता चला जाये तथा आपको भी उस शाश्वत सुख एवं आनंद की संप्राप्ति हो सके जिसके आप पहले दिन से अधिकारी थे।
आप सदा स्वस्थ रहें, प्रसन्नचित्त रहें तथा आपका आने वाला प्रत्येक नया दिन शुभ हो, मंगलमय हो, इन्ही सब मंगल शुभकामनाओं के साथ आप सभी को प्यार भरा नमस्कार 🙏🏼
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।।
