रविवारीय प्रार्थना – स्वयं को उच्चतम ऊर्जा से जोडे रखना।

आज एक बड़ा सवाल – महान आत्मा या महात्मा कौन है?

मुझे पता है इसका जवाब सबके पास होगा। और सही भी होगा। क्योंकि इस सवाल का जवाब गलत तो हो ही नही सकता है 🤫

मेरा जवाब भी सुन लीजिए, हो सकता है ये आपके जवाब से थोड़ा भिन्न हो – मेरे अनुसार महात्मा वे लोग हैं जो भीतरी तौर पर एक उच्चतर ऊर्जा के साथ जुड़े हुए हैं, जो श्रेष्ठ ऊर्जा के प्रभाव में है।

हम सभी यह सोचते हैं कि यदि श्री कृष्ण, श्री राम, श्री महावीर, कबीर और ओशो आज हमारे बीच होते तो समाज में सकारात्मकता, चेतना और ऊर्जा का स्तर कितना ऊंचा होता। हम भी इस ऊर्जा की धारा में बहते हुए अपने जीवन को नए आयाम दे पाते। लेकिन हमें निराश होने की ज़रूरत नहीं है। ये अवतार या ये देवतुल्य महापुरुष भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने जो ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, वह आज भी सूक्ष्म रूप से उर्जा स्वरूप में अपनी मौजूदगी बनाये हुए हैं। वैज्ञानिक भी तो यही कहते हैं कि ऊर्जा कभी नष्ट नहीं होती। हमें बस इस ऊर्जा से जुड़ना है, इसे रिसीव करने की कला को सीखना है तथा इसे अपने जीवन में आत्मसात करना है।

ये वैसा ही कि इस वायुमंडल में सभी प्रकार की रेडियो तरंगे तैर रही है। जो तरंगे हमें चाहिये बस उसे रिसिव करने के लिये हमें अपने फोन, रेडियो या टेलीविजन को उसी वेवलेन्थ पर ट्यून करना होता है। ट्यून करते ही वे तरंगे पकडी जाने लगती हैं। इसी प्नकार सभी महापुरूष ऊर्जा के स्वरूप में हमें चारो ओर से धेरे हुए है। हमें तो केवल स्वयं को ट्यून करने की आवश्यकता है।

ट्यूनिंग होते ही हमारी चेतना उन सभी महान लोगों से जुड़ जाएगी, बुद्ध से जुड़ जायेगी, कबीर से जुड़ जाएगी। हम उनकी उच्च ऊर्जा को अनुभव करने लगेंगे।

बस आज इतना ही की स्वयं को उच्चतम ऊर्जा से जोडे रखना, अपनी ऊर्जा, चेतना और बुद्धि को हर दम किसी रचनात्मक कार्य में इस्तेमाल करना, प्रत्येक पल को अपने अंतस् की पवित्रता व आंतरिक दिव्यताओं के जागरण में लगाये रखना प्रार्थना है। अपने हर कार्य, सोच और विचारों को जीवन की श्रेष्ठ संभावनाओं को साकार करने में लगाये रखना और अपनी दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के प्रयासों में यथासंभव योगदान देते रहना ही प्रार्थना है।

मैं आज अपने आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ कि आपको सदैव अनेक उच्च, सकारात्मक एवं भगवदीय ऊर्जा के स्त्रोत उपलब्ध रहें जिससे आपसे श्रेष्ठ बनने का, श्रेष्ठ करने का और श्रेष्ठ पाने का कोई भी मौका न छूटे।

आपके उत्तम स्वास्थ्य की कामनाओं के साथ साथ मैं आज उनसे प्रार्थना करता हूँ कि आपका जीवन हमेशा अत्यंत संतोषमय, सौभाग्यशाली, उत्सवपूर्ण और उनकी अभिव्यक्ति बना रहे। मंगल शुभकामनाएं 💐

श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।।

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