Manifestation • Mindset • Abundance • Blessings Your future self has brought you here. Time to Align, Attract & Evolve, Now🦸
अगर आप अपने चिंतन, व्यवहार, अपनी वाणी और कर्मों के प्रति सजग और जो प्रतिफल है उसके प्रति सहज हो जाते हैं तो आप ईश्वरीय अनुग्रह और आशीष प्राप्त करने के अधिकारी बन जाते हैं। मेरी समझ मे यही श्रीमद्भगवद्गीता का सार है।
हम सभी को मालूम है कि हमें अपने अपने कर्तव्यों-दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करते हुए अपने जीवन के मूल उद्देश्य यानी के यथार्थ बोध, सत्य की अनुभूति एवं मोक्ष की प्राप्ति करनी है। अब ये हमारे ऊपर निर्भर है कि ये काम मात्र हम एक दिन में कर लें या जीवन भर भी न कर पायें। यह एक दीपक प्रज्वलित करने जैसा है। एक माचिस की तीली भी काफी है, या फिर पूरी डिब्बी भी कम पड़ सकती है 🤭🤭
मेरा और मेरे प्रेरणास्त्रोतों का मानना है कि सदैव शुभ विचार और शुभ कर्म करना, अपने अंतस् को शुभ संकल्पों से भावित कर शुभता, सकारात्मकता और स्वयं में अंतर्निहित अनंतता अनुभूत करना तथा दूसरों को भी प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से प्रेरित करना हमारी प्रार्थना ही नही बल्कि एक ब्रह्मयज्ञ भी है।
यह रविवारीय लेख मेरे मन में पनपे सकारात्मक विचारों को आपके साथ साझा करने का एक प्रयास है। मैं उम्मीद करता हूँ कि ये विचार आपके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाएँगे 🙏
मैं आज अपने आराध्य प्रभु जी से प्रार्थना करता हूँ कि आलस्य, अकर्मण्यता, राग-द्वेष, लोभ-लालच एवं अहंकार से जनित विकारों और मन के आवेगों से आपको जल्द ही मुक्ति मिले और आपकी आंतरिक शांति, भावनात्मक एवम् बौद्धिक परिपकव्ता, आत्म-सन्तोष, लोक-सम्मान, साधन सम्पनता तथा दैवी- अनुग्रह में तेजी से वृद्धि हो तथा आपके भीतर का दिव्य, शाश्वत एवं अविनाशी स्वरूप जल्द ही प्रकट हो।
प्रभु आपको और आपके परिवार को हमेशा सुरक्षित, स्वस्थ एवं प्रसन्नचित रखें। इन्ही सब मंगल शुभकामनाओं के साथ आप सभी को एक बार पुनः प्यार भरा नमस्कार 🙏🏼
श्री रामाय नमः। ॐ हं हनुमते नमः।