Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
ईश्वर की इस सहज व्यवस्था और कुदरत में अज्ञात जैसा कुछ भी नहीं है।
मगर वो जो स्पष्टता और सरलता से सब जगह मौजूद हैं, हमारी दृष्टि, ज्ञान और समझ से परे रहते हैं। इसका एक महत्वपूर्ण कारण ये है कि हम अपनी उम्मीदों, आकांक्षाओं और लालसाओं की पूर्ति के लिये उनके पते-ठिकाने और उनके कारोबार का पता लगाने में लगे रहते हैं। उन्हें अपने आसपास या अपने भीतर अनुभव ही नही करते हैं। जो हमारी हर कोशिका से हर पल जुड़े हुए हैं, उन्हें असल मे हम अपनी चिन्तन प्रक्रिया के हाशिए पर रखते हैं।
आपका उनसे रिश्ता जानकारी की डोर से नहीं, बल्कि सहज प्रेम, अनुभूति और प्रतीति की कड़ी से जुड़ा है। उम्मीद है ये आपको समझ आयेगा। स्वयं ये समझना और दुसरों को ये समझाने का प्रयत्न करना ही उनकी प्रार्थना है।
मैं आज अपने आराध्य प्रभु से प्रार्थना करता हूँ की आपका आने वाला प्रत्येक नया दिन गौरवपूर्ण हो तथा आपके चारों तरफ शांति, समरसता और हर्ष का वातावरण बना रहे।
मेरी उनसे आज ये भी प्रार्थना है की आप हमेशा हंसते और खिलखिलाते रहें, स्वस्थ रहें तथा आपके घर-आंगन में सदा शुभता और मांगल्य की वर्षा होती रहे।
मंगल शुभकामनाएं 💐