Giving Yourself More Opportunities To Feel Proud..
ईश्वर कभी भी हमसे दूर नहीं थे और न होंगे। वे तो अपार ऊर्जा, पूर्ण ज्ञान, अनन्त सामर्थ्य, वात्सल्य तथा अपना आशीर्वाद लिए प्रति पल हमारे साथ हैं। और जब भी हम अपने भीतर की गहराई में एकाग्रता से उतरते हैं, हमारी आत्मा दिव्य… Continue Reading “प्रार्थना”
मेरे विचार में प्रार्थना स्वार्थ पूर्ति का कोई साधन नही है। ये तो खुद के भीतर सोयी हुई समझ, सामर्थ्य, ऊर्जा तथा छिपे हुऐ देवतत्व को जागृत करना है। प्रार्थना का मतलब है सहज, सरल एवं शांत हो जाना। प्रार्थना का मतलब है अपने… Continue Reading “प्रार्थना”