Tag: hindu philosophy

केवल सम्भव को सम्हालना है, असम्भव को नही तथा वही फैलाना है जो हममें है।

आपको केवल सम्भव को सम्हालना है, असम्भव को नही। जो आप से आज और अभी हो सकता है बस उसे अपनी पूरी लगन, ताकत और प्रतिबद्धता से करना है। बाकी ईश्वर देखेंगे। खुद को जीवंत करना है, आनंदित, खुश और धन्य करना है, अपनी… Continue Reading “केवल सम्भव को सम्हालना है, असम्भव को नही तथा वही फैलाना है जो हममें है।”

अपनी मूँछों पर ताव देकर अपनी शेखी बघारने और प्रतिक्रिया देने की बजाये, स्वयं की और उनकी आवाज सुनना और समझना, सफलता की गारंटी है।

ज्यादातर बातों और घटनाओं को लेकर अगर आप खुद को शांत और सहज रखते हैं तो आपको अपनी आत्मा की आवाज सुनने लगती है, ईश्वर की आवाज सुनने लगती है और आप को उस बात और घटना के लिए मार्गदर्शन और हल प्राप्त हो… Continue Reading “अपनी मूँछों पर ताव देकर अपनी शेखी बघारने और प्रतिक्रिया देने की बजाये, स्वयं की और उनकी आवाज सुनना और समझना, सफलता की गारंटी है।”

प्रार्थना

मेरे विचार में परमात्मा का एक अर्थ है हमारे अपने अस्तित्व की ऊर्जा, हमारा आनन्द, प्रेम एवं आंतरिक सौंदर्य, शक्ति, कौशल तथा हमारा बुद्धत्व, जो हम सब में समाहित है। जिसे हम बहकने की वजह से, मूर्खता, अहंकार या शायद उलझनों के कारण जान… Continue Reading “प्रार्थना”

प्रार्थना

मेरी सहानुभूति है उन सभी लोगों से जो किसी भी रूप में कोरोना जैसे घातक वायरस से प्रभावित हैं या जमाखोरों और काले बाज़ारियो की दरिंदगी का शिकार हुए हैं। साधुवाद है उन सभी लोगों को जो इस महामारी का डट कर मुकाबला कर… Continue Reading “प्रार्थना”

हनुमान जयंती

आप सभी को श्री हनुमान जन्मोत्सव की ढेरों बधाई। कोरोना की इस कठिन घड़ी में आपसे निवेदन है कि सच से सरोकार रखें, सनसनी से नहीं। तथ्यों पर चलें, कल्पनाओं पर नहीं। विवेक को भावुकता से अधिक महत्व दें। यथासंभव नकारात्मक एवं व्यर्थ की… Continue Reading “हनुमान जयंती”

प्रार्थना

जन्म से ही अपूर्व सामर्थ्य, अतुल्य तेज व अन्तहीन संभावनाओं से परिपूर्ण मानव जीवन परमात्मा का एक दिव्य उपहार है। ये तो हम सब जानते हैं। मगर असली सवाल ये है कि इस उपहार स्वरूप मिले अमूल्य जीवन का असली लक्ष्य क्या है? मेरे… Continue Reading “प्रार्थना”

प्रार्थना

यह संसार आनन्दस्वरूप, सर्वशक्तिमान एवं सर्वव्यापक ईश्वर की ही रचना है और आपको तथा मुझे जीवन में जितना कुछ भी ईश्वरीय उपहार स्वरूप मिला हुआ है, वह अपार और अमूल्य है। इसीलिए जितनी साधन-संपन्नता एवं लौकिक-पारलौकिक अनुकूलतायें हमे प्राप्त हैं, उनके प्रति प्रासादिक भाव… Continue Reading “प्रार्थना”

महाशिवरात्रि

देवाधिदेव महादेव और जगतजननी माता पार्वती के विवाहोत्सव के महापर्व महाशिवरात्रि की शुभकामनाये। मैं आपको याद दिला दूँ की – लय और प्रलय जिनके अधीन है, जो देवों के भी देव हैं और जो समूची सृष्टि के रचयिता हैं, ऐसे शिव त्याग, तपस्या, सादगी,… Continue Reading “महाशिवरात्रि”

प्रार्थना

मैं साधरणतः उस ईश्वर की बात नही करता जो कंही दूर परलोक में विराजमान हैं, जो हम सबके मालिक हैं। मैं उनको मानता जरूर हूँ। मैं उनके प्रति अपनी श्रद्धा निरंतर प्रकट करता हूँ। मगर मैं उस विचार से ज्यादा प्रभावित हूँ जो ये… Continue Reading “प्रार्थना”

प्रार्थना

मनुष्य जीवन ईश्वर का अनुपम उपहार है। मुझे नही लगता कि उनके पास इससे बड़ा कोई अनुदान या उपहार हो सकता है आपको देने के लिए। आपको इतनी विशेषताएं, बुद्धि, सामर्थ्य, क्षमता और सम्भावनायें दी गयी हैं कि अगर वो सब किसी दिन सामने… Continue Reading “प्रार्थना”